देशभक्ति / सुविचार / प्रेम / प्रेरक / माँ / स्त्री / जीवन

नवरात्रि (कुण्डलिया छंद) Editior's Choice

माता दुर्गा का लगे, तीजा रूप महान।
अर्धचंद्र है भाल पर, चंद्रघंटा सुजान॥

चंद्रघंटा सुजान, भुजा दस सोहे माँ के।
मिट जाते सब पाप, करे दर्शन जो आके॥

कविवर कहे सुशील, शरण जो तेरी आता।
खाली झोली भरे, कृपा से तेरी माता॥


रचनाकार : सुशील कुमार
लेखन तिथि : सितम्बर, 2022
            

रचनाएँ खोजें

रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें