देशभक्ति / सुविचार / प्रेम / प्रेरक / माँ / स्त्री / जीवन

मेरा डर (कविता) Editior's Choice

पहाड़ों के पीछे से
आई बाघ की हुंकारऽऽऽ
मैं काँप गया
डर मत
कहा रामदाना बेचने वाले बूढ़े ने
पहाड़ी के पीछे बाघ-बाघिन कर रहे हैं प्यार।


रचनाकार : बद्री नारायण
            

रचनाएँ खोजें

रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें