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अज्ञात

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हमारा अस्तित्व हमारे कर्म से है... (उद्धरण) Editior's Choice

हमारा अस्तित्व हमारे कर्म से है,
किसी के नज़रिए से नहीं।


रचनाकार : अज्ञात
            

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