देशभक्ति / सुविचार / प्रेम / प्रेरक / माँ / स्त्री / जीवन

ग़लती करना उतना ग़लत नहीं... (उद्धरण) Editior's Choice

ग़लती करना उतना ग़लत नहीं,
जितना उन्हें दोहराना है।


रचनाकार : प्रेमचंद
            

रचनाएँ खोजें

रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें