बेचैन है
चाँद दूधिया!
निशानी दिया
रूमाल की!
यादें अधरों की
गाल की!
देहरी पर
ख़्वाब मूंगिया!
छूट गयी
ऊँटी की शाम!
पसीने से
तर बतर घाम!
लग रहे हैं
दिवस ठूंठिया!
रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें