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बच गया मैं (कविता) Editior's Choice

किसी ने
दावानल कह कर
ख़ुद से अलग कर दिया।

अचल मानकर
किसी ने
कर ली किनाराकशी

किसी ने
निरंतर चल जानकर
बचा लिया अपना दामन

बच गया मैं
इस तरह—इस तरह आख़िर
ईश्वरी के लिए
लिखता हुआ कविताएँ


            

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