अगर ठीक से तय कर सकता
कि कहाँ खड़ा रहूँगा
ऐसी बिन बुलाए रात में तो
बता सकता मैं किसी भी तारे की
ठीक जगह
चाहे कितनी ही प्रकाश-वर्षों के
अंतराल पर
मैं गुनगुना सकता
तुम्हारे मन में इस वक़्त
सोया हुआ विचार।
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