साहित्य रचना : साहित्य का समृद्ध कोष
संकलित रचनाएँ : 3549
फ़तेहपुर, उत्तर प्रदेश
1906 - 1988
पत्ती डोलीं, चिड़ियाँ बोलीं, हुआ सवेरा, उठो उठो! छाई लाली, अहा निराली मिटा अँधेरा, उठो उठो! आलस त्यागो, प्यारे जागो, आँखें खोलो, उठो उठो! देखो झाँकी, भारत माँ की, जय जय बोलो, उठो उठो!
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