साहित्य रचना : साहित्य का समृद्ध कोष
संकलित रचनाएँ : 3561
मेडक, तेलंगाना
1908 - 1969
उसी अदा से उसी बाँकपन के साथ आओ फिर एक बार उसी अंजुमन के साथ आओ हम अपने एक दिल-ए-बे-ख़ता के साथ आएँ तुम अपने महशर-ए-दार-ओ-रसन के साथ आओ
अगली रचना
साहित्य और संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता होती है। आपके द्वारा दिया गया छोटा-सा सहयोग भी बड़े बदलाव ला सकता है।
रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें