साहित्य रचना : साहित्य का समृद्ध कोष
संकलित रचनाएँ : 3507
कटनी, मध्य प्रदेश
1966
पुलवामा के शहीद थे देश की आँख के तारे! चमनबंदी, पल्लवन है लगन! आँसू करते हैं शत शत नमन!! सिर पर कफ़न हमेशा बाँधे लगते सबसे न्यारे! ख़ूँ का कतरा- कतरा बहाया! संकट का है गला रुँध आया!! इस दयार का ज़र्रा-ज़र्रा है आरती उतारे!
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