पिया परदेश (कविता)

पिया क्यों गए विदेश।
भेजा ना कोई संदेश।।
पिया प्रियतम
परदेश से पधारें।
प्रेम पूजारिन
पूछे प्यारे।।
पल-पल न कटती
रात पिया बिन।
प्यार के पोषक
पूछे पुजारिन।।
परदेश से पधारो
प्रेम पुजारी।
पलंग पावना पत्थर
लागे पालनहारी।।
पति प्यार भी परवान।
विरह की अग्नि
ले रही जान।।
प्यार के प्रश्न पेपर
परीक्षा देकर।
पॉजिटिव पॉइंट्स
सखी पिया की
पलकों से पाकर।
विरह में ना पानी
अन्न भी न खाऊँ।
प्रिय प्रकाश पाकर
सखी पुण्य पाऊँ।।
प्रेम परीक्षा पूरी।
पूछे प्रेम परी।।
प्रेम की प्यास
सखी पिया
मिलन की आस।
प्रियतम पाने का प्रयास।।


रचनाकार : समय सिंह जौल
लेखन तिथि : 28 सितम्बर, 2021
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