नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो,
जीवन भी शुभ मंगलमय हो।
ऊर्जा से प्रकाशित नववर्ष रहे,
आगामी जीवन में उत्कर्ष रहे।
जो संताप आदि इस वर्ष रहे,
उनको भूलें अब बस हर्ष रहे।
छूटे थे काम पूर्व में अधूरे,
इस वर्ष करो निश्चय ही पूरे।
कामनाएँ हमारी मन में जो रही,
इस वर्ष पूर्ण होंगी वो सभी।
जो न हुए अरमान पूरे बाइस में,
आओ 'प्रवल' सम्पूर्ण करें तेईस में।

साहित्य और संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता होती है। आपके द्वारा दिया गया छोटा-सा सहयोग भी बड़े बदलाव ला सकता है।
सहयोग कीजिएप्रबंधन 1I.T. एवं Ond TechSol द्वारा
रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें
