मेरे पिता (कविता)

मेरा अभिमान
मेरा स्वाभिमान
मेरा अनुशासन
मेरा भाषण
मेरे पिता।

मेरा मान
मेरा सम्मान
मेरा प्यारा
मेरा सहारा
मेरे पिता।

मेरा साहस
मेरा एहसास
मेरा हौसला
मेरा फैसला
मेरे पिता।

मेरा आत्मविश्वास
मेरा ख़ास
मेरा गर्व
मेरा धर्म
मेरे पिता।

मेरा संस्कार
मेरा विचार
मेरा धीरज
मेरा संयम
मेरे पिता।

मेरी दौलत
मेरी शौहरत
मेरी मुस्कान
मेरी पहचान
मेरे पिता।

मेरी ताक़त
मेरी हिम्मत
मेरी ज़िंदगी
मेरी बंदगी
मेरे पिता।

मेरी आवाज़
मेरी उम्मीद
मेरी ख़ुशियाँ
मेरी दुनिया
मेरे पिता।


रचनाकार : समय सिंह जौल
लेखन तिथि : 29 सितम्बर, 2021
यह पृष्ठ 338 बार देखा गया है
×

अगली रचना

पिया परदेश


पिछली रचना

लिखता हूँ
कुछ संबंधित रचनाएँ


इनकी रचनाएँ पढ़िए

साहित्य और संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता होती है। आपके द्वारा दिया गया छोटा-सा सहयोग भी बड़े बदलाव ला सकता है।

            

रचनाएँ खोजें

रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें