खेल (क्षणिका)

अलादीन
भ्रष्टाचार को
समझता रहा
खेल!
वह तब
अवाक् रह
गया जब
रिश्वत के
आगे उसका
चिराग़ हो गया
फ़ेल!!


लेखन तिथि : 2019
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