झाँसी की रानी (कविता)

पिता का नाम था मोरोपन्त तांबे,
व माता थी इनकी भागीरथी बाई।
पति नरेश गंगाधर राव नवलकर,
मनु से हुई झाँसी रानी लक्ष्मीबाई।

बनारस मराठी परिवार वीरभूमि,
१९ नवम्बर, १८२८ को ये जन्मी।
बचपन में शस्त्र-शास्त्र शिक्षा ली,
१८ जून, १८५८ शहीद मातृभूमि।।

ख़ुद के हौसले से लिखी कहानी,
अंतिम श्वास तक ये लड़ी मर्दानी।
बुंदेले हरबोलो मुँख सुनी कहानी,
ख़ूब लड़ी मर्दानी झाँसी की रानी।।

नारी शक्ति को मिसाल देने वाली,
फ़िरंगियो को ये धूल चटाने वाली।
चमकी जो तलवार वो थी पुरानी,
विरोध अंग्रेजो का ये करने वाली।।

ब्रिटिश कंपनी का न बना हिस्सा,
देशभक्ति, जज़्बे का मिला दर्जा।
नहीं होने दिया झाँसी पर क़ब्ज़ा,
दूर तक पराक्रम साहस का चर्चा।।


रचनाकार : गणपत लाल उदय
लेखन तिथि : 19 सितम्बर, 2020
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