साहित्य रचना : साहित्य का समृद्ध कोष
संकलित रचनाएँ : 3481
वाराणसी, उत्तर प्रदेश
1433 - 1540
जनम जात मत पूछिए, का जात अरू पात। रैदास पूत सब प्रभु के, कोए नहिं जात कुजात।।
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