साहित्य रचना : साहित्य का समृद्ध कोष
संकलित रचनाएँ : 3481
ग्वालियर, मध्य प्रदेश
1924 - 2018
इंसान बनो, केवल नाम से नहीं, रूप से नहीं, शक्ल से नहीं बल्कि हृदय से, बुद्धि से, ज्ञान से बनो।
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