जब उसने सारा सफ़र पूरा कर लिया
वह एक टोकेन के लिए
रुका हुआ था
टोकेन अर्दली के पास नहीं था
इसलिए राष्ट्रपति के पास हो
सकता था
पावदान पर वह रुका रहा
झूलता हुआ नींद में
नींद से पहले
सिर्फ़ एक टोकेन के न होने से
नींद उसके पास नहीं थी
इसलिए
चंद्रमा के पास
हो सकती थी
चंद्रमा से नींद का झरना
उसने पहले भी सुना था
दूरियाँ उसके कंधे पर
दबाव डाल रही थीं
कंधे बाक़ी सारे शरीर पर
शरीर
पावदान पर
अब पैरों का कहीं पता न था
भीड़ में किसी पिछले स्टेशन पर
वे छूट गए थे शायद
टोकेन
और नींद
और पैर
के बाद
वह किसी चौथे शब्द के बारे में
सोच रहा था
चौथा शब्द किसी के पास
नहीं था
न अर्दली के पास
न राष्ट्रपति के पास
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