साहित्य रचना : साहित्य का समृद्ध कोष
संकलित रचनाएँ : 3561
टिहरी गढ़वाल, उत्तराखण्ड
1966
बहुत कम कुछ दिख रहा है समझ आ रहा है कुछ बहुत ही कम आवाज़ें तो इसमें और भी धीमी हैं यही हुई कविता बहुत कम।
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