साहित्य रचना : साहित्य का समृद्ध कोष
संकलित रचनाएँ : 3561
पिथौरागढ़, उत्तराखण्ड
1971
पहाड़ इसलिए पहाड़ है क्योंकि जितना फैला है वह आसमान में उससे अधिक धँसा है कहीं अपनी ज़मीन में।
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