पत्र

निराला का पत्र जानकीवल्लभ शास्त्री के नाम
सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
भूसामंडी, हाथीखाना, लखनऊ 5-09-68 प्रिय जानकीवल्लभ जी, अभी-अभी आपका पत्र मिला। हिंदी से आपको प्रेम होगा–कोई फ़र्ज़-अदा�

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