रेखाचित्र

मुरझाई तुलसी
ईशांत त्रिपाठी
आज ऐसा मीतेश को क्या हुआ कि लगातार गीता-सार पचासों बार और बार-बार दोहराए ही जा रहा है? आवाज़ मीतेश की सुरीली तो है पर �
तुम पर दाग़ है
ईशांत त्रिपाठी
सोलह वर्षीय एकलौता बेटा हर्शल अपने पिता के डाँट से आहत भीतर ही भीतर चूर हो चुका था। जबसे उसे चेतना मिली तबसे आज तक अ�

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