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वो महामानव (कविता)

वन्दन करतें बाबा आपको हम सब बारम्बार,
दिलाया आपने ही हमें मौलिकता अधिकार।
समाजिक शैक्षणिक और आर्थिक अधिकार,
समान राजनीति और नागरिक के अधिकार।।

आपने ही इस प्रजा‌तन्त्र को मज़बूती है दिया,
मत और मूल्य के तत्वों को प्रस्थापित किया।
विद्युत-प्राधिकरण के मार्ग को प्रशस्त किया,
बाँध-घाटी और नदी जल को महत्व है दिया।।

भारतीय रिज़र्व बैंक की आपने स्थापना किया,
वित्तीय आर्थिक‌ प्रशासनिक योगदान दिया।
महिलाओं को मान-सम्मान आपने ही दिलाया,
अन्धविश्वास अंधश्रृद्धा में सोयों को जगाया।।

आदिवासी एवं दलितों को आरक्षण दिलाया,
बे-ज़ुबान शोषित अशिक्षित को राह दिखाया।
मनुस्मृति-महाड़ व नासिक सत्याग्रह चलाया,
येवला की गर्जना सा आन्दोलन आपने किया।।

डाॅक्टर भीमराव था ऐसे महामानव का नाम,
किस क़दर लड़ा होगा वो अकेला ही इन्सान।
जिनके पुतलें व नाम में आज भी बहुत ख़ौफ़,
यह संविधान देश को देकर बाबा बना महान।।


रचनाकार : गणपत लाल उदय
लेखन तिथि : 5 अप्रैल, 2022
            

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