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राम नवमी का त्यौहार (कविता)

धूम-धाम से मनाया जाता राम नवमी त्यौहार,
इस दिन ही लिया भगवान विष्णु ने अवतार।
बढ़ गया था धरती पर राक्षसों का अत्याचार,
लिखी है हमनें यहीं रचना रामायण अनुसार।।

देवगण एवं धरती पर जन-मानस थें परेशान,
अयोध्या नगरी जन्में कौशल्या घर प्रभु राम।
शास्त्रों के अनुसार श्रीहरि के सातवें अवतार,
त्रैतायुग में जन्में भगवान विष्णु रूप में राम।।

अत्याचारियों को ख़त्म किया और दुष्टों नाश,
राज-पाठ सभी छोड़कर वनों में किया वास।
भगवान राम से जुड़ा हुआ है राम नवमी पर्व,
समस्त भारतवासियों को है श्री राम पर गर्व।।

कई दानव एवं देत्यों का किया आपनें संहार,
अच्छाई की ध्वजा लहराई बुराई गई ये हार।
अनेंक है नाम आपकें और रामेश्वर यह धाम,
शिव धनुष तोड़कर आप पहनें सीता से हार।।

दया धैर्य क्षमा नम्रता भरा था जिनमें भरमार,
मर्यादा पुरुषोत्तम आपकी महिमा अपरंपार।
जिसने लिया नाम आपका एवं लगाया ध्यान,
तिर गया वो हर प्राणी इस भवसागर से पार।।


रचनाकार : गणपत लाल उदय
लेखन तिथि : 7 अप्रैल, 2022
            

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