पुलवामा के शहीद थे
देश की
आँख के तारे!
चमनबंदी, पल्लवन
है लगन!
आँसू करते हैं
शत शत नमन!!
सिर पर कफ़न
हमेशा बाँधे
लगते सबसे न्यारे!
ख़ूँ का कतरा-
कतरा बहाया!
संकट का है
गला रुँध आया!!
इस दयार का
ज़र्रा-ज़र्रा है
आरती उतारे!
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