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मुझे याद मत करना (कविता)

मेरे मरने पर तुम रोया ना करो।
मैं था ही कब, मेरे जाने का
अफ़सोस किया न करो।
ये शरीर तो मिट्टी का ही था,
इसे मिट्टी में मिल जाने दो।
मेरी चिता को जलता देख,
तुम रोया न करो।

हम फिर मिलेंगे, इस जन्म नहीं, तो उस जन्म सही।
हमारी आत्मा जुड़ी है, एक दूजे से,
तुम बदन से दिल लगाया न करो।
एक दिन सबको जाना ही है,
फिर कल नहीं, तो आज सही।
जाने वालों से रिश्ता, निभाया न करो।
मैं लौट कर नहीं आऊँगा,
आवाज़ देकर मुझे बुलाया न करो।

यह पन्ने इस जीवन के थे, जो ख़त्म हुए,
तुम एक नई कहानी शुरू करो।
अब तो अस्थियाँ ही बची हैं, जलने के बाद,
पानी में इसे विसर्जित करो।
मैं भूल कर जा रहा हूँ तुम्हे,
तुम मुझे याद मत करो।
दिल के दरवाज़े बंद कर लो अपने,
मेरी आहट अब सुना न करो।


            

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