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जन्मदिन का उपहार (कविता)

मेरे पास न धन है,
न देने को उपहार।
पर दिल से मैं दे रहा,
ढेर सारा प्यार।

गगन तुम्हारे क़दम चूमे,
ये मेरी है फ़रियाद।
तेरी सफलता पर जहाँ झूमे,
मुझे रखना सदा याद।

तू तारों की तरह चमकेगा,
यह मेरा है विश्वास।
मेरी उम्र तुझे लग जाए,
ईश्वर से यही फ़रियाद।


रचनाकार : दीपक झा 'राज'
लेखन तिथि : 12 दिसम्बर, 2000
            

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