देशभक्ति / सुविचार / प्रेम / प्रेरक / माँ / स्त्री / जीवन

हिन्द की आवाज़ (कविता)

जाग उठा है हिंदुस्तान,
कश्मीर उन्हें हम नहीं देंगे।
अगर घुसने की कोशिश की,
तो चीर तुम्हे अब हम देंगे।

सारा देश अब एक हुआ है,
दान उन्हें हम नहीं देंगे।
बहुत हो गई बात-चीत,
कफ़न तुम्हें अब हम देंगे।

रक्त हमारा खौल उठा है,
क्षमा उन्हें हम नहीं देंगे।
उग्र हमारा तांडव तुम देखो,
भस्म तुम्हे हम कर देंगे।


रचनाकार : दीपक झा 'राज'
लेखन तिथि : 12 मार्च, 2006
            

रचनाएँ खोजें

रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें