कोरोना से बचना
है तो
मास्क लगाएँ!
जीवन रक्षा की ख़ातिर
दो गज की दूरी!
साबुन-सेनेटाइजर
होता है ज़रूरी!!
है लाज़मी कुछ पल
अमन का–
बिगुल बजाएँ!
पोषक तो नही
अलबत्ता जान लेवा है!
मानव ही आहार है
मानव कलेवा है!!
बहती हुई
हवाएँ–
मातमी धुन सुनाएँ!
बुरा वक्त ये मानो
अजब सनक वाला है!
और आदमी बनता
मौत का निवाला है!!
हम किसके संग
हँसें-बोलें
और बताएँ!
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