स्वर कोकिला और महान थी गायिका,
भारत वर्ष की शान ऐसी वो पुण्यात्मा।
आवाज़ से बनाई जिसने ऐसी पहचान,
गवाह है जिसका धरती एवं आसमान।।
स्वभाव से शान्त और प्रतिभा की धनी,
हिंदुस्तान की धड़कन हस्ती थी ख़ास।
मराठी था परिवार लता मंगेशकर नाम,
कंठो में जिनके माँ सरस्वती का वास।।
रंगमंच के कलाकार व गायक थे पिता,
हेमा से बदलकर नाम रख दिया लता।
मराठी फिल्मी संगीत से की शुरूआत,
देश-विदेशों में भी आपकी होती बात।।
ढेरों पुरस्कार आपने किया अपनें नाम,
भारत रत्न और राष्ट्रीय फ़िल्म अवॉर्ड।
पद्मभूषण पद्मविभूषण महाराष्ट्रभूषण,
सर्वश्रेष्ठ ये दादा साहेब फाल्के अवाॅर्ड।।
तीस हज़ार से ज़्यादा गाने गाए आपने,
बचपन में कई दुःख कष्ट झेले आपने।
"अल्ला तेरो नाम, ईश्वर तेरो नाम",
"ऐ मेरे वतन के लोगों" भी गाया आपने।।
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