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लोकगीत

नटखट रचावे लीला न्यारी हो - आशीष कुमार
  सृजन तिथि : 1 अगस्त, 2022
नटखट रचावे लीला न्यारी हो मोरा बाँके बिहारी नटखट रचावे लीला न्यारी हो मोरा बाँके बिहारी बाँके बिहारी मोरा बाँके
ले चल रे! कहरवा पिया के नगरी - संजय राजभर 'समित'
  सृजन तिथि : 12 फ़रवरी, 2016
कइसे चली डगरिया भर के गगरी। ले चल रे! कहरवा पिया के नगरी।। ओकरा से मोर शरधा बा लागल। दुनिया में लहँगा कई बार फाटल।।
मगिहौं वरदान - सुषमा दीक्षित शुक्ला
  सृजन तिथि : 10 सितम्बर, 2021
मगिहौं वरदान माई के मन्दिरवा भीतर, गइहौं गुनगान देवी के मन्दिरवा भीतर। सोना न मगिहौं चाँदी न मगिहौं, घोड़ा न मगिहौ
अजेय योद्धा: महाराजा सूरजमल - समुन्द्र सिंह पंवार
  सृजन तिथि : जनवरी, 2015
अजेय योद्धा कहती दुनिया सूरजमल महाराज तनै, जाट सुरमा युगों-युगों तक पूजै जाट समाज तनै। 13 फरवरी, 1707 का बड़ा पवित्र दि
कवन सुगवा मार देलस ठोरवा - आशीष कुमार
  सृजन तिथि : नवम्बर, 2021
कवन सुगवा मार देलस ठोरवा, ए रामा गजब भइले ना। कि आहो रामा सुगवा जुठार देलस केरवा, ए रामा गजब भइले ना। कतना जतनवा से
प्यारी मइया - सुषमा दीक्षित शुक्ला
  सृजन तिथि : अक्टूबर, 2021
मइया री मइया ओ मोरी मइया। हम तोहरे बालक हैं तू प्यारी मइया। मइया री... 2 चन्दा के जैसो मुखड़ो है तेरो, नयनन मा ममता है
माई के मन्दिरवा भीतर - सुषमा दीक्षित शुक्ला
  सृजन तिथि : अक्टूबर, 2021
मगिहौं वरदान माई के मन्दिरवा भीतर। 2 गइहौं गुनगान देवी के मन्दिरवा भीतर। 2 सोना न मगिहौं चाँदी न मगिहौं, घोड़ा न मगि
देवी मइया - सुषमा दीक्षित शुक्ला
  सृजन तिथि : अक्टूबर, 2021
मइया ऊँची है तोहरी अटरिया। कइसे आवउँ मै तोहरी नगरिया। 2 लहँगा मइ लाई चुनरिया हूँ लाई, बेलवा चमेलिया की माला बनाई,
प्रेम के रंग - सुषमा दीक्षित शुक्ला
  सृजन तिथि : 12 मार्च, 2021
होली खेलें श्याम यमुना जी के तीर, सखी चल ना सही यमुना जी के तीर। राधा रानी संग रास रचावें, गोरे बदन मा रंग लगावें। स

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